भारत मां के लाल स्वयं माता का आंचल बांट रहे हैं। भारत मां के लाल स्वयं माता का आंचल बांट रहे हैं।
औरत, शब्द ही अपने आप में काफी है, ऊपरवाले की बेहेतरीन कृतियों में से एक! औरत, शब्द ही अपने आप में काफी है, ऊपरवाले की बेहेतरीन कृतियों में से एक!
15 अगस्त , 26 जनवरी मनाते तो हैं सब यहां। इनके होने का मतलब लेकिन सब समझे हैं कहां। 15 अगस्त , 26 जनवरी मनाते तो हैं सब यहां। इनके होने का मतलब लेकिन सब समझे है...
जब से तुम संग खेली होली। जब से तुम संग खेली होली।
जो मतलब होने पर ही याद आते हैं बिना मतलब के न जाने कहाँ गुम हो जाते हैं। पता ही नहीं चलता। जो मतलब होने पर ही याद आते हैं बिना मतलब के न जाने कहाँ गुम हो जाते हैं। ...
और मैं भी आज कॉलेज ही जा रही हूँ। और मैं भी आज कॉलेज ही जा रही हूँ।